सरेंडर करने गए इंस्पेक्टर और दरोगा गिरफ्तार
Gorakhpur News | सरेंडर करने गए इंस्पेक्टर और दरोगा गिरफ्तार News india 80
दोनों पर घोषित था एक लाख का इनाम
चार नामजद पुलिसकर्मी अब भी फरार ,दबिश में जुटी कई टीमें
आपको बता दें कि कानपुर के कारोबारी मनीष गुप्ता की हत्या के आरोप में नामजद रामगढ़ ताल थाने के इंस्पेक्टर जगत नारायण सिंह और दरोगा अक्षय मिश्रा को रविवार को गोरखपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया दोनों से उन्हीं के थाने में पूछताछ चल रही है दोनों कोर्ट में आत्मसमर्पण करने की कोशिश में थे ।और उन पर एक ₹100000 का इनाम भी था ।उसी दौरान पहले से ही तैयार गोरखपुर की पुलिस ने इंस्पेक्टर और दरोगा को गिरफ्तार कर लिया ।तथा दरोगा विजय यादव, राहुल दुबे, हेड कांस्टेबल कमलेश यादव व कांस्टेबल प्रशांत कुमार अब तक फरार हैं।
उनकी तलाश में पुलिस की कई टीमें दबिश दे रही हैं ।आपको बता दें कि पुलिस के मुताबिक मनीष गुप्ता की हत्या में नामजद इस्पेक्टर जगत नारायण सिंह और फल मंडी चौकी इंचार्ज अक्षय मिश्र कोर्ट में पेश होने के लिए गोरखपुर आए थे ।गोरखपुर पुलिस को जैसे ही इसकी भनक लगी एसएसपी डॉ विपिन ताडा ने घेराबंदी कराई और वाहनों की सघन जांच शुरू करा दी ।बांसगांव थाने के इंस्पेक्टर राणा देवेंद्र प्रताप सिंह देवरिया बाईपास स्थित अमर उजाला तिराहे के पास वाहनों की जांच कर रहे थे ,इसी बीच आरोपी इंस्पेक्टर व दरोगा पहुंच गए दोनों कचहरी जाना चाहे ही रहे थे।
लेकिन वहां मौजूद पुलिस की टीम ने उन्हें धर दबोचा और सीधे उन्हें उन्हीं के थाने में रामगढ़ताल ले गई पुलिस ने इसकी सूचना कानपुर एसआईटी के प्रभारी व एसपी आनंद प्रकाश त्रिपाठी को दी एसआईटी के प्रभारियों गोरखपुर एसएसपी थाने पहुंच गए जहां दोनों से देर रात तक पूछताछ जारी रही पूरा मामला आपको बता दें कि कानपुर के कारोबारी मनीष गुप्ता की 27 सितंबर को शहर के होटल कृष्णा पैलेस में पुलिस की पिटाई से मौत हो गई थी।
वह अपने दो दोस्तों हरबीर सिंह और प्रदीप चौहान के साथ गोरखपुर घूमने आए थे रात 12:00 बजे के बाद रामगढ़ ताल पुलिस छानबीन के लिए पहुंची थी आरोप था कि होटल के कमरे में ही पुलिस ने कारोबारी मनीष गुप्ता की बेरहमी से पिटाई कर दी थी ।इस मामले में रामगढ़ ताल थाने के तत्कालीन इंस्पेक्टर जगत नारायण सिंह और फल मंडी चौकी इंचार्ज अजय मिश्र सहित छह पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर सभी को निलंबित किया गया था। आपको बता दें कि वही पूछताछ में यह आईटी ने दनादन सवाल दागे जहां पर दोनों आरोपी जवाब नहीं दे सके रामगढ़ थाने में एसपी आनंद प्रकाश तिवारी ने दोनों आरोपियों को आमने-सामने बैठाकर पूछताछ की है।
मनीष को जिला अस्पताल की जगह मानसी अस्पताल ले जाने का कारण पूछा और यह भी पूछा कि मनीष को बीआरडी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराने में देरी क्यों की गई ।भर्ती कराने के लिए दो परिचय क्यों बनवाए गए पुलिस की जीडी में यह क्यों लिखा गया कि होटल में घायल कारोबारी मनीष को जिला अस्पताल ले जाया गया था। वहीं पर आपको बता दें कि सूत्रों के मुताबिक जगत नारायण सिंह और अक्षय मिश्रा एसआईटी के कई सवालों का जवाब नहीं दे सके।
यह भी पढ़े >>सुप्रीम कोर्ट ने लगाई यू पी सरकार को फटकार
>>> फिल्म निर्माता के घर और दफ्तर पर छापे
ब्यूरो रिपोर्ट गोरखपुर