यह स्थान जहां शिव ने तोडा था अर्जुन का घमंड
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प्रतापगढ़ –आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले में आस्था का वह केंद्र है,जहां पर प्रतापगढ़ में बना गौरी शंकर मंदिर धाम , लोग बताते हैं कि यहीं पर भगवान शिव ने अर्जुन का घमंड तोड़ा था और यह प्रतापगढ़ जिले के भूपियामऊ में स्थित है ,जहां पर भगवान शंकर ने बहेलिया का रूप धारण किया था और यहीं पर पांडव अज्ञातवास काट रहे थे।
एक तरफ जहां साल के इस महीने में भगवान भोले की भक्ति के रस में सराबोर भक्त कावड़ यात्रा लेकर जाते हैं वहीं पर आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले के शिवालयों में भूपियामऊ स्थित गौरी शंकर धाम बहुत ही महत्वपूर्ण है, इसकी पौराणिक मान्यता भी है और यहां पर सेवा और विश्वास का आस्था और भक्ति के साथ संगम होता है, और यह सावन के पूरे महीने में भक्तों से भरा रहता है तथा भगवान शिव के जयकारों से एक अलग ही छटा देखने को मिलती है ।
और यहां पर कांवड़ यात्रा के लिए निकले भक्तों की भीड़ भी पूजन अर्चन के लिए बहुत विधि विधान से लगे रहते हैं ,यह गौरी शंकर धाम प्रतापगढ़ से कुछ दूरी पर भूपियामऊ चौराहे के बगल में ही स्थित है ।
आपको बता दें कि चारों तरफ इस सावन के महीने में हरियाली उस मंदिर की शोभा में चार चांद लगा देते हैं और यह धाम सुंदरता से परिपूर्ण हो जाता है ,आपको बता दें कि श्री राम की नगरी अयोध्या से प्रयागराज जाने वाले भक्त ज्यादातर गौरी शंकर धाम में पूजन अर्चन के लिए आते हैं। यहां पर महाशिवरात्रि के दिन बहुत बड़ा मेला लगता है यह पौराणिक स्थल महाभारत काल युग से जुड़ा हुआ है ।
आपको बता दें कि एमडी पीजी कॉलेज के प्रोफेसर डॉक्टर पीके शर्मा बताते हैं कि लड़ाई के दौरान जब पांडव लोग अज्ञातवास काट रहे थे तो वह प्रतापगढ़ भी आए थे जहां वह लोग रुके थे वहीं पर भगवान शंकर ने एक चिड़ीमार का रूप धारण करके अर्जुन का घमंड तोड़ा था ,आपको बता दें कि जैसे ही भगवान शंकर ने अपनी उपस्थिति उस जगह पर दी तो सामने बैठे अर्जुन से रहा नहीं गया अर्जुन ने भगवान शिव को ललकारा तो भगवान शिव भी उनसे भिड़ गए तथा दोनों में युद्ध होना शुरू हो गया,लेकिन जब अर्जुन को एहसास हुआ तब तक काफी देर हो चुकी थी और अर्जुन को लगा कि यह कोई मामूली व्यक्ति नहीं है कोई ना कोई शक्ति का अवतार है जब उनको महसूस हुआ तो भगवान शिव ने उनको दर्शन दिया जिसके बाद अर्जुन ने भगवान शिव की पूजा की तथा भगवान शिव ने उनको पशुपति अस्त्र दिया था ।
तभी से यह जगह अपने आप में बहुत महत्व रखता है और वहीं पर गौरी शंकर धाम के पुजारी टोनी महाराज ने बताया शिवलिंग अनवरत बढ़ रहा है तथा यहां पर जलाभिषेक करने वालों के अंदर इस धाम के प्रति आस्था और विश्वास बढ़ता दिख रहा है । लोग इसीलिए आज भी सावन के महीने में उस धाम पर जाने से नहीं रुकते।
नहीं रुकते।