गैंगरेप से आजिज आकर किशोरी ने की आत्महत्या
दो पुलिस वाले निलंबित
घटना उत्तर प्रदेश के चित्रकूट जिले की है अभी हाथरस की घटना की आग ठंडी भी नही हुई थी कि चित्रकूट जिले में फिर एक शर्मशार कर देने वाली घटना सामने आई है जहां पर एक दलित किशोरी ने गैंगरेप से आजिज आकर मंगलवार सुबह फांसी लगा ली सुबह बुधवार को कई राजनीतिक पार्टियों के पहुंचने के बाद गहमा गहमी बढ़ गई परिवार वाले भी पुलिस पर पूरा आरोप लगा रहे थे ।
गांव वाले पुलिस की लापरवाही पर सवाल उठा रहे थे, क्योंकि गांव जाने वाले चारों और के रास्ते पर पुलिस ने घेराबंदी कर ली थी और लोगों के आने-जाने पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दी थी एक तरफ जहां मोदी सरकार बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के नारे लगा रही है वहीं पर प्रधानमंत्री मोदी के सपनों को पलीता लगाते नजर आ रहे है आखिर कब होगा सुशासन, कब आएगा रामराज्य, कब होगी बेटियों की सुरक्षा, नेताओ के बड़े-बड़े वादे बड़ी-बड़ी सुरक्षा व्यवस्था के इंतजाम वाले इरादे क्यो फेल हो रहे है?
किशोरी की मां के अनुसार 8 अक्टूबर को गांव के ही किशन उपाध्यय उसकी बेटी को झांसा देकर गांव के बाहर ले जाकर अपने दो और साथियों के साथ किशोरी के हाथ पैर बांधकर दुष्कर्म किया काफी देर बाद पीड़िता की मां के वापस लौटकर आने के बाद किशोरी घर पर नही मिली काफी खोजबीन के बाद जब किशोरी के पता नही मिला तो वह एक नर्सरी में अचेत अवस्था मे मिली होश में आने के बाद उसने अपनी आपबीती अपनी मां को सुनाई इसके बाद मां ने चौकी पुलिस को सूचना दी लेकिन पुलिस ने कुछ नहीं किया फिलहाल पुलिस का कहना है, कि तहरीर मांगने पर भी परिवारी जनों ने कुछ देने से इनकार कर दिया और कहने लगे कि लोक लाज के डर है।
इसलिए हम लोग कुछ नहीं करेंगे लेकिन इसी के दौरान मंगलवार की सुबह जब किशोरी ने फांसी लगाकर अपनी जान दे दी तो परिवार वालों ने गांव के ही किसान और उसके दो और साथियों पर गैंगरेप का आरोप लगाया और कहा कि इसी से शुद्ध होकर उसने फांसी लगाई है सूचना मिलने पर स्थानीय पुलिस ने पहुंचकर किशोरी खुशी के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और किशन समेत तीन अन्य साथियों के खिलाफ रेप और हत्या आत्महत्या के लिए उकसाने पर नामजद रिपोर्ट दर्ज कर ली इसी बीच बुधवार से ही गांव वालों का घटनास्थल पर जमावड़ा शुरू हो गया गांव में गांव बढ़ती बिगड़ा और तनाव को देखते हुए डीआईजी बांदा सहित तमाम पुलिसकर्मी घटनास्थल पर पहुंचकर गांव के चारों तरफ जाने वाले रास्तों पर बैरिकेडिंग कर दिया इसी बीच गांव वाले खफा होकर पुलिस वालों पर आरोप लगाकर हो हल्ला शुरू कर दिया पुलिस ने लाश को अंतिम संस्कार के लिए परिवारी जनों पर दबाव डाला लेकिन किशोरी के पिता ने रिश्तेदारों और बाहर से कुछ आने वाले लोगों के बाद अंतिम संस्कार करने की बात कह कर टाल दिया।
इस दौरान दफन करने के लिए एक जेसीबी गड्ढा खोदने के लिए मंगाई गई गांव में स्थिति बेकाबू होते हैं यह देख पुलिस ने गांव को पूरी तरह से घेराबंदी कर दिया डीएम ने गांव वालों और परिवार वालों को बताया कि सभी आरोपी गिरफ्तार कर लिए गए हैं लेकिन इस घटना से क्षुब्ध होकर कुछ राजनीतिक संगठनों ने हंगामा और नारेबाजी के साथ साथ कर्वी मानिकपुर मुख्य मार्ग को भी जाम लगाने की भी कोशिश की अब देखना यह होगा कि आखिर परिवार को न्याय कब मिलेगा या फिर कुछ और घटनाओं की तरह कुछ दिन मिर्च मसाले की तरह देश में पेश करके ठंडे बस्ते में डाल दिया जाएगा।
क्राइम रिपोर्टर: अंगद पांडेय की रिपोर्ट