Daroga Prashanth massacre, 36 hours, 10 teams, killers still absconding
दरोगा प्रशांत हत्याकांड ,36 घंटे, 10 टीम, लेकिन हत्या का आरोपी फिर भी पुलिस की गिरफ्त से कोशों दूर ।
आखिर क्यों नहीं पकड़े जा रहे हैं आरोपी
खंदौली के गांव नहर्रा में बुधवार की शाम को लगभग 7:00 बजे दरोगा प्रशांत कुमार यादव को गोली मार दी जाती हैं जिससे दरोगा की मौत हो जाती है, इस घटना को हुए 24 घंटे से ज्यादा हो गई है लेकिन आरोपी अभी भी पुलिस की पकड़ से कोसों दूर हैं । जिसमें 10 टीमें पुलिस की लगाई गई हैं इसमें से 5 टीमें अलग-अलग जनपदों से अलग-अलग जनपदों में दबिश दे रहे हैं । पुलिस ने आरोपियों के दर्जनों से ज्यादा करीबी लोगों को अपनी हिरासत में लेकर पूछताछ किया। लेकिन आरोपियों का कहीं कोई सुराग नहीं लग सका । एसएसपी बबलू कुमार ने आरोपी विश्वनाथ पर ₹25000 इनाम घोषित किया था , लेकिन बाद में आईजी ए सतीश गणेश ने इनाम की राशि बढ़ाकर 50,000 कर दिया ।इसी दौरान ₹100000 इनाम करने के लिए फाइल एडीजी जोन ऑफिस में भी भेजी गई है । नहर्रा गांव निवासी विजय सिंह के दो बेटे शिवनाथ और विश्वनाथ के बीच बुधवार की सुबह खेत में आलू खोदने को लेकर जमकर झगड़ा हुआ था।
जिसमें शाम को 7:00 बजे शिवनाथ थाने पर सूचना देता है कि वह लोग उसे जान से मारने की धमकी दे रहे हैं जिस पर पहुंचे दरोगा प्रशांत कुमार यादव अपने सिपाही चंद सेन के साथ बाइक से ही पहुंच गए थे । वहां पर पहुंचने पर आरोपी विश्वनाथ अपने हाथ में अवैध असलहा लेकर मजदूरों को गाली देकर धमका रहा था जब प्रशांत कुमार यादव ने विश्वनाथ के हाथ में तमंचा देखा तो विश्वनाथ के पीछे भागने लगे । जैसे ही दरोगा प्रशांत कुमार यादव विश्वनाथ के करीब पहुंचे ही थे कि विश्वनाथ ने तमंचे से फायर कर दिया ।
जिससे गोली जाकर दरोगा प्रशांत कुमार यादव के गले में लगी इसी दौरान सिपाही चंद्रसेन भागकर अपनी जान बचाया जिसके बाद आरोपी तमंचा लहराते हुए भाग निकला सिपाही ने थाने पर सूचना दी जिसके बाद थाने से काफी पुलिस फोर्स घटनास्थल पर पहुंची तथा दरोगा को तत्काल सीएससी लेकर पहुंचे लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी वहां पर डॉक्टरों ने प्रशांत कुमार यादव को मृत घोषित कर दिया ।
अब देखना यह होगा कि आखिर कब तक यह लुका छुपी का खेल चलता रहेगा , कब आरोपी जेल की सलाखों के पीछे होगा वहीं पर मृतक दरोगा की बहन ने आरोपी से बदला लेने के लिए पुलिस से अपील की है ।मृतक प्रशांत कुमार यादव को पूरे सम्मान के साथ दी गई सलामी तथा वहीं पर अंतिम संस्कार में उत्तर प्रदेश पुलिस बदला लो के नारे भी लगे।
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ब्यूरो रिपोर्ट आगरा