सौतन के सितम और सांसो को सहेजने की जद्दोजहद
सौतन के सितम और सांसो को सहेजने की जद्दोजहद कर रही गीता
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पट्टी
सौतन के सितम से गीता अब जीवन के लिए अपनी सांसे गिन रही है। रिश्तों की कड़वाहट और वैवाहिक रिश्तों में पति और पत्नी के बीच बढ़ती हुई तल्खी से परिवार बिखरने के कगार पर खड़ा हो गया है । वही तीन मासूम अपनी माँ के ममता से महरुम होते हुए दिखाई दे रहे हैं ।
क्षेत्र के भरोखन गांव के सुखईराम के बेटे विवेक कुमार की शादी 2015 में पट्टी थाना क्षेत्र के लाखीपुर कप्सा गांव की रहने वाली गीता के साथ हुआ, लेकिन सात जन्मों के बंधन में बंधने की कसमें खाने वाले नव दंपत्ती के घर पर खुशियां ज्यादा दिन तक टिक नहीं सकी और पति और पत्नी के बीच में वो की एंट्री हो गई, जिससे पूरा परिवार तबाह हो गया ।
शादी के बाद एक दिन विवेक कुमार बहन के घर उतरास गया जहां पर उसकी बहन की ननद काजल से उसकी आंखें चार हो गई। यह बात काजल के पिता काशीराम को नागवार गुजरी तो वही विवेक के घर उसकी पत्नी ने उसकी तल्खी बढ़नी शुरू हो गई । दोनों के रिश्ते को खत्म करने के लिए कांशीराम ने विवेक के खिलाफ कंधई थाने में पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज करवाया। उसके बाद पुलिस ने विवेक को दो साल पहले 2021 में गिरफ्तार करके जेल भेज दिया ।
जिसके लिए की पैरवी उसी ने बढ़ाई परेशानी
3 बच्चों का पिता विवेक जेल में था विवेक की पत्नी की तने उसे जेल से बाहर करने के लिए जमकर पैरवी की अपने पति को जेल से छुड़ाने के लिए उसने कोर्ट कचहरी तक के चक्कर लगाए । जेल से छूटकर 1 साल पहले विवेक घर आया तब ऐसा लग रहा था कि अब सब कुछ ठीक हो जाएगा लेकिन काजल के घर वालों की शिकायत और विवेक का जेल जाना और एक साल के लंबे अंतराल के बाद भी काजल विवेक से खुद को दूर नहीं कर सकी। विवेक के जेल से टूटने के बाद काजल ने फोन के जरिए विवेक से संपर्क किया।
काजल विवेक को मन चुकी है अपना पति
- काजल अब विवेक के साथ रहने का निर्णय कर चुकी थी । विवेक को अपने पति मान चुकी काजल एक माह पहले अचानक भरोखन गांव पहुंचकर उसके घर में रहने लगी पहले तो परिजनों ने उसे वहां से हटाने और भगाने की बहुत कोशिश की लेकिन वह अपनी जिद पर अड़ी रही। कोई प्रताड़ित करता तो वह तुरंत पुलिस को फोन कर देती इससे तंग आकर गीता अपने तीन बच्चों के साथ मायके चली गई। विवेक भी नाराज होकर घर से कहीं दूर चला गया ।
विवेक के आने पर मायके से वापस आ गई थी गीता
10 दिन पहले विवेक घर आया तो इसकी खबर गीता को लगी तो वह भी मायके से घर पर आकर रहने लगी। वहां पहले से रह रही काजल को देखकर उसका खून खून खौल उठता था और दोनों के बीच में आए दिन मनमुटाव और झगड़े होने लगे गुरुवार की शाम को 5:00 छत पर काजल , गीता और विवेक के बीच में कहासुनी हुई जिसके बाद गीता छत से नीचे गिर गई। पहले परिजनों से पट्टी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जहां से डॉक्टरों ने उसे वहां से जिला मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर किया और वहां से उसे स्वरूपरानी हॉस्पिटल प्रयागराज रेफर कर दिया गया जहां पर वह जिंदगी और मौत से जंग लड़ रही है।