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पत्नी ने कराई पति की हत्या
मृतक के चचेरे भाई और उसकी पत्नी के अवैध संबंध के चलते अपने ने अपने ही पति की हत्या करा दी इसके बाद उसकी लाश को कुएं में फेंक दिया।
कौशांबी जिले के सदर कोतवाली क्षेत्र के पासिनहार मजरा हिसामपुर बहरे मऊ निवासी अशोक कुमार जिसकी उम्र 35 साल पुत्र स्वर्गीय मिश्रीलाल बहुत गरीब परिवार से और किसी तरह मेहनत मजदूरी करके अपने परिवार का पालन पोषण करता था। 28 अक्टूबर की शाम को अशोक अचानक घर से लापता हो जाता है ,तो घरवाले ढूंढने में लगते हैं लेकिन तभी इसके एक दिन पहले अशोक की पत्नी ने अपने जेठ से बताया था कि उसके पति का प्रयागराज में कहीं एक्सीडेंट हो गया है ,इस पर उसके जेठ ने उसकी काफी खोजबीन की,
लेकिन उसे कहीं कोई सुराग नहीं मिला इसके बाद मृतक के भाई ने पुलिस को अपने भाई के लापता होने की तहरीर थाने में दी , तभी शुक्रवार सुबह पता चला कि गांव के ही मिठाई लाल खेत खेत में एक कुआं है और उसके में किसी का शव पड़ा हुआ है, घटना की जानकारी होते ही वहां पर ग्रामीणों की भारी-भरकम भीड़ इकट्ठा हो गई लोगों ने इलाकाई पुलिस को खबर की यहां पर कुएं में एक शव पड़ा हुआ है।
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सूचना पाते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने उसको बाहर निकलवाया तो परिजन उसकी पहचान अशोक के रूप में किया। लाश बरामद होने के तुरंत बाद ही घटनास्थल पर ही मौजूद अशोक का चचेरा भाई भागने की फिराक में था तभी गांव लोगों की शक भरी निगाह उसके ऊपर पड़ गए और उसे गांव वाले दौड़ा कर पकड़ लिए उसको पकड़ कर गांव वाले पुलिस के हवाले कर दिया, पकड़े गए युवक राकेश पुत्र गरीब दास ने बताया कि अशोक की पत्नी से उसकी अवैध संबंध थे।
पति को अवैध संबंध के बारे में पता चला तो प्रेमी प्रेमिका ने रास्ते से हटा दिया
राकेश ने पुलिस के गिरफ्त में आने पर अपने जुर्म का इकबाल किया कि वह अशोक की पत्नी से जब मिलता जुलता था तो इसकी जानकारी अशोक को हो गई थी, जिस पर उसने उन लोगों की मिलने पर पाबंदी लगा दिया था , और काफी देखरेख में लगा रहता था , यह चीज हम लोगों को पसंद नहीं थी इसीलिए हमने 28 अक्टूबर की रात को अशोक को बुलाकर गांजा पिला कर उसकी गला दबाकर हत्या कर दी थी।
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कैसे होगा परिवार का गुजर-बसर 5 बच्चों के सिर से उठ गया मां बाप का साया
आपको बता दें कि मृतक अशोक के 5 संतानें हैं जिसमें दो बेटे और तीन बेटी हैं जबकि बड़े बेटे मोनू की उम्र 10 साल है तीन भाई और दो बहनों के बीच लगभग 5 बीघे जमीन थी जिससे अशोक खेती-बाड़ी और इधर उधर से मेहनत मजदूरी करके अपने परिवार का भरण पोषण करता था, लेकिन अब इस समय परिवार की हालत यह हो गई है कि बच्चों के पिता तो इस दुनिया में रहे नहीं लेकिन उनकी माता को उनके पिता की हत्या के जुर्म में जेल जाना पड़ रहा है तो इस दौरान उन लोगों के पालन पोषण की जिम्मेदारी आखिर कौन लेगा।
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आरोपी ने खुद किए जुर्म का इकबाल और सगे संबंधी नहीं पहुंचाया उसे जेल
आपको बता दें कि अशोक की हत्या करने में राकेश ने बहुत सोच समझकर और सुनियोजित ढंग से इस घटना को अंजाम दिया था यह चीज वह बृहस्पतिवार की शाम को लगभग 5:00 बजे खुद कुबूल कर लिया ,इस दौरान रास्ते में मिले राकेश ने अशोक के बड़े बेटे मोनू से बताया कि तुम्हारे पिता की हत्या हो गई है, इसलिए आज से मैं ही तुम्हारा बाप हूं यह सुनकर मोनू के पैरों तले जमीन खिसक गई वह बदहवास सा हो गया था उसे यह नहीं समझ आ रहा था कि आखिर यह बात किससे बताएं तो सराय अकिल में रहने वाले अपने फूफा भैरव प्रसाद से फोन से इसकी जानकारी मोनू नहीं दिया फोन से जानकारी होते ही भैरव प्रसाद बहुत सुबह ही गांव आ गए और उन्होंने पुलिस को खबर दिया और गांव वालों को अलर्ट रहने के लिए बोला था जिससे गांव वालों ने राकेश को भागने नहीं दिया और उसे पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया।
रिपोर्ट न्यूज़ इंडिया 80 टीम