कुन्नूर हादसे के प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि, जलते हुए हेलीकॉप्टर से कूदे थे तीन लोग।
आपको बता दें कुन्नूर हादसे वाली जगह पर स्थानीय पुलिस के अधिकारी और सेना के जवान भी पहुंच गए हैं। इस बीच एक प्रत्यक्षदर्शी ने पूरे वाक्य को बताया है इस प्रत्यक्षदर्शी का नाम कृष्णा स्वामी है उसके मुताबिक उसने एक तेज आवाज सुनी और उस आवाज को सुनकर वह घर से बाहर आया तो देखा की एक हेलीकॉप्टर बहुत तेजी से एक पेड़ से टकराकर दूसरे पेड़ से टकराया।
Coonoor Incident
और जिस वक्त यह हेलीकॉप्टर पेड़ों से टकरा रहा था उस वक्त हेलीकॉप्टर में बहुत ही भयंकर आग लगी हुई थी और साथ में उसने यह भी देखा की हेलीकॉप्टर से जलते हुए दो-तीन लोग कूद रहे हैं और उन सभी के शरीर में बहुत तेजी से आग लगी हुई थी कृष्णा स्वामी ने अपने साथियों को आनन-फानन में इकट्ठा किया और रेस्क्यू ऑपरेशन आरंभ कर दिया।
जितनी भी लाशें मिली हैं वह लगभग 80 फ़ीसदी तक जली हुई हैं हालांकि सीडीएस जनरल विपिन रावत की स्थिति के बारे में अभी कोई भी जानकारी प्राप्त नहीं हो सकी है। इस हादसे के बारे में भारतीय वायु सेना ने बयान में यह कहा है कि हादसे को लेकर कोर्ट आफ इंक्वायरी का आदेश दे दिया है बताया जा रहा है कि इस हादसे में एम सीरीज का यह हेलीकॉप्टर सीडीएस जनरल बिपिन रावत को वेलिंगटन में डिफेंस स्टाफ कॉलेज को जा रहा था।
कोयंबटूर में आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि पहाड़ी नीलगिरी जिले में कुन्नूर के पास कट्टेरी-नंचप्पनचत्रम इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हुए हेलीकॉप्टर के मलबे के नीचे से 11 शव निकाले गए. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि कथित तौर पर घने कोहरे के बाद लो-विजिबिलिटी के कारण एक वन क्षेत्र में हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
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