किसानों को असमय मौत की तरफ धकेल रही भाजपा की सरकार:असगर अली अंसारी (प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य समाजवादी पार्टी)
आज हमारा देश महगाई की मार से त्राहि माम् कर रहा है । एक समय ऐसा था कि 2014 में चीनी 20 रुपये किलो थी,लेकिन आज के दिन वही चीनी 44 रुपये में हो गई है घरेलू गैस पहले से आज दो गुने से भी ज्यादा हो गई है। भाजपा की सरकार किसानों को किसान नीति की आड़ में उसको अपनी ही जमीन में मजदूरी करने के लिए लगा देगा और उसकी जमीन को तमाम उद्योग पतियों के नाम लीज के आधार पर गिरवी रखवा देगा तथा उस समय किसान की स्थिति बद से भी बदतर हो जाएगी ,इसलिए सरकार पूजी पतियों के साथ अपना संबंध बनाकर के पूरे देश को बहुत बड़े महामारी के जाल में फंसाना चाहती है आप देख रहे हैं।
किसान दिन-ब-दिन आत्महत्या कर रहा है वह अपने खेत में जो भी कमाई करता है उससे अपने परिवार का भरण पोषण भी नहीं कर पा रहा है और सरकार इस किसान नीति के तहत कृषि उत्पादन की चीजों को किसान के पास से उसके स्टॉक खत्म करके जमाखोरी की छूट पूजी पतियों के हवाले कर रहा है । हमारे देश की भोली-भाली जनता सरकार के झांसे में फंसती जा रहे हैं इसलिए सभी को किसान नीति को समझना होगा और इसका पुरजोर विरोध करना होगा, सरकार तमाम प्रकार के ऐतिहासिक धरोहर तथा रेलवे विभाग हवाई अड्डा सारे चीज निजीकरण कर दे रहा है, तब इस जनता से मनमाने तरीके से अवैध ढंग से वसूली यहां के पुंजिपतियो द्वारा किया जाएगा।और शिक्षा का भी निजीकरण होने वाला है, अब गरीब के बच्चों को शिक्षा से वंचित किया जा रहा है। दिन ब दिन मंहगाई सुरसा डायन की तरह मुंह फैलाये आगे बढ़ रही है।
किसान हमारा अन्नदाता तथा जीवनदाता है और उसी के तन पर न ढंग से कपड़े है न ढंग से चिकित्सा सुविधा है । डीजल और पेट्रोल के दाम रोज के रोज आसमान छू रहे हैं और सरकार कहते हैं कि सबका साथ सबका विकास आखिर कैसे होगा, सबका विकास जबकि जनता की मूलभूत समस्या आज महंगाई हो गई है और आवश्यकता ओं की पूर्ति के लिए हमारे देश की जनता के पास बहुत ही कम मात्रा में धन है तो हमारे देश की जनता अपने आवश्यकताओं की पूर्ति कैसे करेगी ,इसलिए यह सरकार गरीब शोषित पीड़ित जनता के हित मे काम नही कर रही है,मैं तीनो काले कृषि कानूनों का विरोध करता हूँ ।