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सपा प्रदेश प्रभारी नरेश उत्तम पटेल के निर्देषानुसार सपाइयों ने सदर में सौपा ज्ञापन
आज दिनांक 15/07/2021 दिन बृहस्पतिवार को समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष माननीय अखिलेश यादव जी व प्रदेश अध्यक्ष माननीय नरेश उत्तम पटेल जी के निर्देशानुसार जिलापंचायत अध्यक्ष व ब्लाक प्रमुख के चुनावों में भाजपा सरकार द्वारा की गई धांधली से लोकतंत्र की हत्या के विरोध में प्रतापगढ़ जनपद के सभी तहसीलों में महामहिम राष्ट्रपति महोदय जी को संबोधित ज्ञापन श्रीमान उपजिलाधिकारी महोदय जी को सौंपा गया।
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सदर तहसील में विधानसभा अध्यक्ष सदर डा.रामबहादुर पटेल जी की अध्यक्षता में ज्ञापन सौंपा गया।
ज्ञापन राष्ट्रपति महोदय-
उत्तर प्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों के अंतर्गत जिला पंचायत अध्यक्षों एवं ब्लाक प्रमुखों के चुनाव में जो गुंडागर्दी और लोकतंत्र की हत्या भाजपा सरकार में हुई है उसकी कोई कल्पना नही थी। 8 जुलाई 2021 को प्रमुख पद के नामांकन के समय विपक्ष के प्रत्याशी, प्रस्तावकों, समर्थकों, महिलाओं के साथ शर्मनाक घटना व अभद्रता और पूर्व स्पीकर श्री माता प्रसाद पांडेय के साथ धक्का-मुक्की और जोधपुर जाने की कोशिश इन घटनाओं से जाहिर है कि स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव की बात बेमानी हो गई है।
जिला पंचायत अध्यक्षों और ब्लॉक प्रमुखों के चुनावों में 3 जुलाई, 10 जुलाई 2021 को सत्ता पक्ष के प्रत्याशियों को जिताने के लिए विपक्ष के साक्षर जिला पंचायत, क्षेत्र पंचायत सदस्यों के साथ जबरन खेल पर लगा कर वोट डलवाए गए जिसमें जिला प्रशासन के अधिकारियों की भूमिका भी रही। मतदान के पूर्व जिला पंचायत क्षेत्र पंचायत सदस्यों को डराया धमकाया गया तथा जबरन प्रलोभन देकर भाजपा के पक्ष में वोट देने को बाध्य किया गया।
8 जुलाई 2021 को ब्लाक प्रमुख के निर्वाचन के लिए नामांकन की अंतिम तिथि थी नामांकन के दौरान पुलिस प्रशासन सत्ता पक्ष का कार्यकर्ता बनकर काम करने लगा और समाजवादी पार्टी के प्रत्याशियों, पर हमलों के साथ नामांकन परिचय पढ़ने के कृत्य किए गए। सैकड़ों ब्लॉकों में नामांकन करने नहीं दिया गया। 10 जुलाई 2021 को मतदान के दिन भी भाजपा छल बल से जीतने में लगी रही और समाजवादी पार्टी के प्रत्याशियों और उनके समर्थकों को मारा पीटा गया।
पंचायत चुनाव के दौरान समाजवादी पार्टी व विपक्ष के नेताओं व कार्यकर्ताओं के साथ हुई हिंसा से लोकतंत्र शर्मसार और कलंकित हुआ। उत्तर प्रदेश के त्रिस्तरीय पंचायती चुनाव में डबल इंजन की सरकार द्वारा की गई प्रायोजित हिंसा ने भारत के संविधान को पूरी तरह से नजर अंदाज करते हुए हिटलर और मुसोलिनी की तानाशाही से कई कदम आगे निकल चुकी है।
समाजवादी पार्टी ने राज्य निर्वाचन आयुक्त को प्रारंभ से ही सत्ता पक्ष द्वारा पंचायती चुनाव को प्रभावित कर अपने पक्ष में करने की साजिशों के बारे में लगातार सूचित करते हुए आगाह किया था पर चुनाव आयोग द्वारा कोई कार्यवाही नहीं हुई भारत के संविधान में दिए गए लोकतंत्र की व्यवस्था के सर्वथा विपरीत है।
अतः आपसे आग्रह है कि इन गंभीर घटनाओं को संज्ञान लें। कृपया लोकतंत्र को बचाने के लिए निष्पक्ष एवं स्वतंत्र चुनाव की व्यवस्था हेतु आपसे अनुरोध है कि जहां-जहां प्रदेश में ब्लाक प्रमुख का नामांकन करने में समाजवादी पार्टी समर्थित जिला पंचायत अध्यक्ष व ब्लाक प्रमुख पद के प्रत्याशियों को रोका गया है तथा नामांकन दाखिल नहीं करने दिया गया है वहां पुनः नामांकन प्रक्रिया करने का आदेश करने का कष्ट करें। जिससे भारत के संविधान में दिए गए लोकतांत्रिक व्यवस्था की रक्षा की जा सके।
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प्रमुख मांगें:-
1- किसानों को उनकी फसलों का लाभकारी मूल्य दिया जाए एवं न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की गारंटी दी जाए।
2- प्रदेश में किसानों का गन्ने का बकाया भुगतान 15000 करोड़ रुपए तत्काल दिए जाय।
3- किसानों के ऊपर जो काला कृषि कानून सौंपा जा रहा है उसे तत्काल वापस लिया जाय।
4- बढ़ती महंगाई (डीजल, पेट्रोल, रसोई गैस, खाद, बीज, कीटनाशक दवाएं, कृषि यंत्र इत्यादि) पर रोक लगाई जाय।
5- बेरोजगार नौजवानों को रोजगार दिया जाए।
6- ध्वस्त कानून व्यवस्था को उत्तर प्रदेश में दुरुस्त किया जाए।
7- महिलाओं के साथ हो रहे अपराध पर रोक लगाई जाए।
8- समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं के ऊपर फर्जी मुकदमे दर्ज करना तत्काल बंद किया जाए तथा उत्पीड़न पर रोक लगाई जाए।
9- उत्तर प्रदेश भाजपा सरकार द्वारा किए जा रहे संगठित अपराध को अभिलंब बंद किया जाए।
10- उत्तर प्रदेश सरकार की बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था को तत्काल दुरुस्त किया जाए।
11- बढ़ते भ्रष्टाचार पर रोक लगाई जाए।
12- करोना कॉल में सरकार द्वारा किए गए भ्रष्टाचार की जांच कराई जाए और मृतक के परिजनों को मुआवजा दिया जाए।
13- जिला पंचायत व क्षेत्र पंचायत अध्यक्षों के चुनाव में हुई धांधली एवं हिंसा की जांच कराई जाए। जांच में पाए गए दोषियों पर कड़ी कार्यवाही की जाए और मतदान कराया जाए।
14- लगातार पत्रकारों के ऊपर हो रहे हमले और हत्याओं पर रोक लगाई जाए।
15- दलित वर्ग तथा अल्पसंख्यक वर्ग पर हो रहे अत्याचार बंद हो।
16- पिछड़े वर्ग को अनुमन्य 27% आरक्षण में कटौती बंद हो।
17- ब्लॉक आसपुर देवसरा, विधानसभा पट्टी प्रतापगढ़ में 10/07/2021 को 161 नामजद अथवा 250 से अधिक अज्ञात लोगों पर फर्जी दर्ज कराते गये मुकदमे वापस लिए जायें।
इस अवसर पर पूर्व विधायक नागेंद्र सिंह मुन्ना यादव, पूर्व प्रत्याशी संजय पाण्डेय, मो.अनीस खान, पूर्व ब्लाक प्रमुख शान्ति सिंह, पूर्व जिलापंचायत सदस्य सुषमा पाल, जिला उपाध्यक्ष इरशाद सिद्दीकी, जगदीश मौर्या, वासिक खान, संतोष यादव, विनोद यादव, इरफान खान, अहमद अली, रमेश यादव, महिमा गुप्ता, शबनम बानो, उदय प्रताप सिंह, अब्दुल हई, सुरेश यादव, दीपक यादव, अख्तर राईन, राहुल सिंह, शहरे आलम शीबू, सद्दाम हुसैन, रमेश पाठक, अभिषेक तिवारी, चन्दन सिंह, राजकुमार यादव, मुस्तफा जाफरी, बीरेंद्र सिंह, कुन्दन यादव, डा.एजाज, निसार अहमद, तबारक हुसैन, राघवराम यादव, नियाज अहमद, पारसनाथ यादव, सचिन शर्मा, कमलेश कुमार, बबलू यादव, वसीम सिद्दीकी, महेश मौर्या, सद्दाम अहमद, मो.अफसर, जाने आलम, संजीव गुप्ता सोना, नदीम रियाज, बबलू खान, विजय यादव, मीडिया प्रभारी मनीष पाल सहित सैकड़ों नेतागण व कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
रिपोर्ट : देव कुमार