प्रतापगढ़ जिले की दिनभर की खबरें
1 -नहर में मिला अज्ञात युवक का शव,इलाके में फैली सनसनी
जिले में अज्ञात व्यक्ति के शव मिलने से इलाके में मचा हड़कंप हो नहीं सकी शिनाख्त। प्रतापगढ़ जिले के कंधई थाना क्षेत्र के जोगीपुर रजबहा नहर में एक लावारिस व्यक्ति की लाश बहती हुई आ रही थी । जिसकी सूचना मिलते ही इलाके में चारों तरफ हड़कंप मच गया । इसके बाद ग्रामीणों ने इसकी सूचना कंधई थाना अध्यक्ष नीरज वालिया को दिया तो थाना अध्यक्ष नीरज वालिया मौके पर दल बल के साथ पहुंचकर शव को निकलवा कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया । वहीं पर अनुमान लगाया जा रहा है कि यह लाश सुल्तानपुर के तरफ से बहता हुआ आ रहा है फिलहाल लाश की कोई शिनाख्त नहीं हो पाई है।
रामलाल सरोज की रिपोर्ट
२-शहीदों की शहादत में प्रशासनिक भेदभाव,नहीं पहुंचे कोई अधिकारी
कहते हैं कि सरकारी कर्मचारी वेतन के लिए तो सेना के जवान वतन के लिए काम करते हैं इसीलिए सेना के जवान का सम्मान जीते जी तो होता ही है उनके शहादत के बाद उनके सम्मान में कोई कोर कसर नहीं छोड़ा जाता है। उनकी अंतिम यात्रा में सेना के जवान से लेकर समाज का हर तबका अपना भाव प्रकट करता है। लेकिन प्रतापगढ़ जनपद के डेरवा गरीबपुर के वीर बहादुर सिंह की शहादत पर प्रशासन ने अपनी भावात्मक गरीबी दिखाई और साथ मे हीलाहवाली।
हालांकि सेना में शहीद शब्द की सटीक परिभाषा तो नहीं स्पष्ट है लेकिन देश प्रेम के लिए अपने प्राणों का न्योछावर करने वाले जवान के प्रति समाज का नजरिया तो हमेशा सटीक ही रहा है भले ही परेड के दौरान वीर बहादुर ने अपने प्राण त्याग गए हैं लेकिन उन्हें शहीद ही कहा जाएगा कम से कम प्रशासनिक अमले को इस बात का ख्याल रखना था की वीर बहादुर के राष्ट्रीय सम्मान और परिजनों को सांत्वना देने में तो कोई कमी नहीं करनी थी लेकिन प्रशासन का रवैया कहीं ना कहीं दुर्भाग्यपूर्ण और उपेक्षा पूर्ण दिखाई दिया।
प्रतापगढ़ जिले के डेरवा गरीबपुर निवासी वीर बहादुर सिंह उम्र 28 वर्ष पुत्र अवधेश सिंह जो कि भारतीय सेना में सन 2011 में भर्ती हुए थे, तथा वर्तमान में वह जम्मू में तैनात थे। बुधवार की सुबह को परेड के दौरान उनको दिल का दौरा पड़ गया,जिससे उनकी सांसें थम गई । सेना के कैंप से उनकी पत्नी साधना को जानकारी दी गई थी, जिसके बाद साधना ने घरवालों को फोन से जानकारी दिया था,आज सेना के जवान का पार्थिव शरीर उनके पैतृक निवास गरीबपुर लाया गया जहां पर सैनिक के सम्मान के लिए जिले का कोई प्रशासनिक अधिकारी या प्रशासन मौके पर नहीं पहुंचा ।
इसके बाद वहां पर ग्रामीण आक्रोशित हो गए और प्रशासन मुर्दाबाद के नारे भी लगाए । आपको बता दें कि एसडीएम कुंडा मौके पर केवल खानापूर्ति के लिए पहुंचे और मीटिंग का हवाला देते हुए मौके से रफूचक्कर हो गए । सबसे बड़ा सवाल यह है कि आखिर जो जवान दिन रात एक कर के भारत माता की सेवा के लिए अपने प्राणों की बलिदानी दे देता है । क्या उसके लिए एक दिन प्रशासनिक अधिकारियों के पास समय नहीं है यह तो बहुत सोचनीय विषय है।
प्रतापगढ़ से अंकुश यादव की रिपोर्ट
3 -कार और बाइक में आमने-सामने की भिड़ंत नाती और नानी घायल
प्रतापगढ़ जिले के कोहड़ौर किशुनगंज रोड पर तिवारीपुर गांव के पास एक मारुति और एक बाइक में आमने सामने टक्कर हो गई । जिसमें बाइक सवार युवक तथा उसकी नानी गंभीर रूप से घायल हो गए। आपको बता दें कि घायल बाइक सवार अमित सिंह अपने ननिहाल मंगरा से अपनी नानी को लेकर अपने घर दिलीपपुर ले जा रहा था तभी किशनगंज से कोहड़ौर मार्ग पर तिवारीपुर गांव के पास उसकी बाइक की टक्कर मिश्र का पुरवा गांव के किसी व्यक्ति मारुति 800 से टक्कर हो गई । जिससे वह बुरी तरह घायल हो गया घायल बाइक सवारों को एंबुलेंस की मदद से जिला चिकित्सालय प्रतापगढ़ भेजा गया।
4 -तमंचे के साथ एक गिरफ्तार
प्रतापगढ़ जिले के थाना संग्रामगढ़ पुलिस चेकिंग के दौरान थाना क्षेत्र के गोदाही चौराहे के पास से आकाश मौर्य पुत्र नंदलाल मौर्य ग्राम मोठीन थाना लालगंज प्रतापगढ़ को पुलिस ने तमंचे तथा जिंदा कारतूस के साथ गिरफ्तार कर लिया।
5 -हत्या के दो आरोपियों को पुलिस ने भेजा जेल
आसपुर देवसरा थाना क्षेत्र के भाटी गांव में 2 दिन पूर्व रात में गए युवक को गांव के लोगों द्वारा पीट-पीटकर घायल कर दिया था घायल युवक कोअस्पताल ले जाते वक्त घायल युवक अनिल सरोज की मौत हो गई थी मृतक के भाई विपिन सरोज की तहरीर पर आसपुर देवसरा पुलिस ने गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था बुधवार को S i मुन्नी लाल ने हत्या के दो आरोपी नन्ने लाल गौतम पुत्र कुटाई गौतम पवन गौतम पुत्र नन्ने लाल गौतम को भाटी गांव से गिरफ्तार कर गुरुवार को दोनों आरोपियों को जेल भेज दिया
6 -जलजमाव से कई घर गिरने के कगार पर
जल जमाव में बस्ती के कई घर गिरने के कगार पर
बीस दिन बीत जाने के बाद भी नहीं हुई पानी निकासी की व्यवस्था
ग्रामीणों की मानें तो प्रधान सहित अन्य लोगों से शिकायत की गई लेकिन अभी तक पा नी की निकासी की कोई व्यवस्था नहीं की गई है. अगर यही हालात रहे तो अभी तक महज राम जतन गौतम व बबलू गौतम का घर गिरा है अन्य घरों को गिरने का सिलसिला शुरू हो जाएगा. जिसमें, हानि की संभावना भी जताई जा रही है.
थोड़ी बारिश में ही हुआ ये हाल
आसपुर देवसरा भाऊपुर में इस बार भारी बारिश अभी तक नहीं हुई है. थोड़ी बारिश में ही भाऊपुर गांव के तालाब ओवरफ्लो हो गए हैं. पानी की निकासी का कोई साधन नहीं बनाया गया है जो पहले की जल निकासी की नाली थी गांव की वह भी बंद कर चकमार्ग बना दिया गया।
पूर्व ग्राम प्रधान के द्वारा और ना ही जिम्मेदार अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों की नजरें ही गांव पर इनायत हुई हैं. फिलहाल, ग्रामीण समय संकट के दौर से गुजर रहे हैं. बात ऊपर तक पहुंचाई गई है. अब देखना ये है कि अधिकारी संवेदनशीलता दिखाते हैं या फिर किसी बड़ी अनहोनी का इंतजार करते हैं।