प्रतापगढ़
Not a reliable officer, who will take responsibility of farmers
भरोसेमंद नहीं अधिकारी कौन लेगा किसानो की जिम्मेदारी-सामजसेवी मुकेश यादव
***निंदनीय****
किसानों की परेशानी को बढ़ाते हुए जनपद प्रतापगढ़ सहित समस्त उत्तर प्रदेश में जिम्मेदार अधिकारी डीएम, एसडीएम, तहसीलदार सभी किसानों के खेतों का दौरा कर रहे हैं एवं पराली जलाए जाने पर भारी जुर्माना ठोक रहे हैं। जोकि सरासर अन्याय है।
किसान हमेशा से खाद, बीज को लेकर परेशान रहता है। बाजारों से अधिक दाम पर खाद बीजों को खरीदने को मजबूर होता है। बाजारों में कालाबाजारी आम बात है। सहकारी समितियों पर समय से यूरिया डाई नहीं मिल पाती। गेहूं की फसलों की बुवाई का सीजन प्रारंभ है,
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और गोदामों में डाई नदारद है। किसानों की भारी भीड़ हर सहकारी समितियों पर देखी जा सकती है। किसान खुले बाजार मैं महंगे दामों पर खाद बीज को लेने के लिए मजबूर है। धान खरीदने में दलालों की चांदी है 10 से ₹12 किलो में धान खरीद रहे हैं जबकि सरकारी रेट ₹18 से ऊपर है। भारत के किसानों की दुर्दशा है कि जो असहाय और लाचार है।
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अधिकारी इतने निकम्मे हैं कि किसानों की समस्या को दूर करने का प्रयास नहीं कर रहे हैं, ऊपर से किसानों के कार्यों में बाधा डालने का काम किया जा रहा है। जो कि निंदनीय है। ऐसा नहीं होना चाहिए। किसान अन्नदाता है उसे मालूम है उसे क्या करना है क्या नहीं करना है। देश की चिंता सबको है। देश की सरकार को प्रयास करना चाहिए की किसानों का उत्पीड़न बंद होना चाहिए। और किसानों के लिए खाद बीज फसल दुर्घटना बीमा आसानी से उपलब्ध होना चाहिए।
जय जवान जय किसान