Saturday, May 18, 2024
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टीन शेड में चल रहा है थाना

टीन शेड में चल रहा है थाना

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प्रतापगढ़ जिले में एक ऐसा थाना भी है, जहां पर थाना टीन शेड तथा खपरैल में चल रहा है।
आपको बता दें कि जहां दिन रात ड्यूटी करके पुलिस वाले जनता को सुरक्षा मुहैया कराते हैं वहीं पर उनकी सुरक्षा के लिए कोई भी विशेष व्यवस्था नहीं है। पूरा मामला प्रतापगढ़ जिले के कोहंडौर थाना क्षेत्र का है जहां पर पुलिसकर्मी अपनी जान जोखिम में डालकर ड्यूटी करते है।

आपको बता दें कि थाना टीन शेड के नीचे चल रहा है ।अभी तक यहां पर कोई व्यवस्था नहीं है, थाने के पास कोई भवन नहीं है ना तो वहां पर रहने वाले पुलिस वालों के लिए कोई उचित व्यवस्था टीन के नीचे थाने के इंस्पेक्टर तथा पुलिस वाले रहते हैं जो कि खपरैल तथा चद्दर का बना हुआ है ।

यह जगह प्रयागराज अयोध्या हाईवे पर अमेठी जिले के बॉर्डर पर स्थित है, कर्मचारियों के लिए ना तो रहने की जगह है ऐसे में अगर आपको बता दें कि आंधी या तूफान आ जाए तो पुलिस वालों को अपना सर छुपाना मुश्किल हो जाएगा ,ऐसे में यहां पर तैनात पुलिसकर्मी सुरक्षित नहीं है । जबकि कई बार खबर भी छपी लेकिन जिम्मेदारों के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही।

खपरैल से निर्मित है थाने के दो कमरे

आपको बता दें जब आप थाने पर पहुंचेंगे तो सबसे आगे आपको खपरैल के दो कमरे सामने मिलेंगे और वहीं पर जन सुनवाई के लिए टीन शेड लगाकर फरियादियों की सुनवाई तथा अन्य जनता से संबंधित कार्य, विवेचना होता है ।मजे की बात यह है कि थाने के पीछे एक छोटा सा कार्यालय है जिसमें एक मुंशी लिखा पढ़ी करता है। तथा उसी के भीतर ही एक छोटा सा माल खाना है जिसमें कीमती सामान जो पुलिस द्वारा बरामद किया जाता है उसमें रखा जाता है।

उसी के साथ साथ ही एक बाथरूम के बराबर का कमरा है जिसे नाम दिया गया है पुरुष बंदी गृह, जो कि इस से सटा हुआ है महिला हेल्प डेस्क व सीसीटीएनएस बना है जिसमें कंप्यूटर कक्ष बनाया गया है उसके बगल ही माल खाना कार्यालय है । यहां की व्यवस्था बहुत ही बदहाल है ।आपको बता दें कि यह 1982 मैं थाना बना था तब से आज तक लगभग सभी दलों की सरकारें आई और गई तथा अभी भी दो पंचवर्षीय से भाजपा की सरकार भी है, लेकिन फिर भी इस थाने की बदहाल व्यवस्था को दूर करने की जम्हत किसी ने नहीं उठाई।

और इसकी व्यवस्था आज भी जस की तस बनी हुई है। स्थानी की जिम्मेदारी है वीआईपी मूवमेंट के समय उनको स्कॉट करने की और लगभग 4 से 5 बीआईपी लोग इस थाने के सामने से गुजरते रहते हैं लेकिन इस तरफ निगाह करने की उन लोगों ने कभी भी चेष्टा नहीं की जिसके चलते यहां के ईस्पेक्टर,पुलिसकर्मी सहित सारे लोग अपनी जान जोखिम में डालकर ड्यूटी करते नजर आएंगे |

इस मामले में अपर पुलिस अधीक्षक विद्यासागर मिश्रा से बात करने पर बताया कि जानकारी मिली है। इस की जमीन का मुकदमा माननीय उच्च न्यायालय में चल रहा है निस्तारण होने के बाद ही कुछ निर्णय लिया जा सकता है आपको बता दें कि मुकदमा चाहे चले या खत्म हो जाए लेकिन यहां के पुलिसकर्मी तो अपनी जान जोखिम में लेकर कार्य तो कर ही रहे हैं अब देखना यह होगा कि खबर का कितना असर होता है और कब इस तरफ जिम्मेदारों की निगाहें पड़ती हैं या फिर कुछ अनहोनी के बाद ही इस पर ठोस कार्रवाई की जाती है यह तो समय ही बताएगा।

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