Muzaffarnagar-news bulletin | मुजफ्फरनगर से सरकार के खिलाफ किसानो ने भरी हुंकार
Muzaffarnagar news | latest news muzaffar nagar
संयुक्त किसान मोर्चा ने मुजफ्फरनगर से सरकार के खिलाफ भरी हुंकार
आपको बता दें कि संयुक्त किसान मोर्चा किसान मजदूर महापंचायत ने चुनाव से पहले तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ मुजफ्फरनगर के जीआईसी ग्राउंड में महापंचायत करके सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है । आपको बता दें कि ग्राउंड में पुरुषों के साथ-साथ महिलाओं ने भी बढ़-चढ़कर भागीदारी किया है । आप यह जान लीजिए कि किसानों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलकर लड़ाई साफ कर दिया है । मुजफ्फरनगर के हाईवे तथा छोटी-मोटी सड़कों पर आपको केवल किसानों का जत्था देखने को मिलेगा ।
>>> प्रतापगढ़ जिले की पांच बड़ी ख़बर
उधर राकेश टिकैत ने मामला साफ कर दिया है की यह लड़ाई अब रुकेगी नही।देर रात तक लोगों का जमावड़ा लगता रहा है, लोग ट्रैक्टर की ट्राली में भर-भर कर तथा बस से मुजफ्फरनगर आते दिख रहे हैं । और प्रशासन भी मामले को गंभीरता से देखते हुए कमर कसकर तैयार हो गई है। प्रशासन की तरफ से 20 सी ओ , एक डीआईजी, सात एस पी तथा आठ कंपनी पीएसी के साथ दो कंपनी आर ए एफ को लगा दिया गया है । और वहीं पर बीकेयू प्रवक्ता राकेश टिकैत ने दंभ भरते हुए कहा कि अगर उन्हें रोका गया तो बैरियर तोड़ दिया जाएगा।
हम सब जब तक तीनों काले कृषि कानूनों को सरकार से वापस नहीं करा लेते हैं तब तक हमारी लड़ाई जारी रहेगी ।भारत सरकार पर राकेश टिकैत हमला करते हुए कहा कि यह लोग कौन होते हैं,जो देश की प्रॉपर्टी बेच रहे हैं आखिर कौन होते हैं अब हम चुपचाप बैठे वाले नहीं हैं ।हम लोग संयुक्त किसान मोर्चा से केवल उत्तर प्रदेश या उत्तराखंड नहीं बल्कि समूचे भारत पर हम आंदोलन करेंगे ।उन्होंने कहा कि यह पुलिस 24 घंटे ड्यूटी करती है ।
लेकिन उन्हें आधी कीमत ही मिलती हैं लेकिन वहीं पर सरकारी अध्यापक जबकि 8 घंटे की ड्यूटी करते हैं ,लेकिन उनको तनख्वाह पुलिस की तरह ही मिलती है। उसके लिए भी उन्होंने कहा कि यह भी ड्यूटी या तो बराबर हो या फिर ड्यूटी के अनुसार उनको वेतन भुगतान किया जाए ।उन्होंने कहा कि यह लोग रेल बेच रहे हैं इससे लगभग साढ़े चार लाख कर्मचारी बेरोजगार होंगे ।
इसके बाद राकेश टिकैत ने कहा कि यह लोग बड़ी बड़ी विदेशी कंपनियां भारत में ला रहे हैं,जिससे हमारे देश के लोग और भी बेरोजगारी का शिकार होते जा रहे हैं,इससे यह सब कुछ हम लोगों को समझना पड़ेगा । और उन्होंने कहा कि बंदूक की नोक पर यह लोग कलम और कैमरों को रखे हुए हैं जिससे कि यहां की स्थिति दिखाई ना जा सके । और यह लोग मनमानी ढंग से राज करें और इनके खिलाफ भी कोई बोलने वाला ना हो।
>>>शहीद वीर बहादुर सिंह की शहादत पर प्रशासनिक भेदभाव क्यों
ब्यूरो रिपोर्ट मुज़फ्फरनगर